उत्क्रमित मध्य विद्यालय, डुमरी परमानंदपुर (पारू), मुजफ्फरपुर में "मिशन आई इंटरनॅशनल सर्विस" के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय 'ग्रामीण मीडिया कार्यशाला' का १५ जुलाई २०१० को समापन हुआ. अप्पन समाचार से जुडी स्थानीय महिला जन-पत्रकारों एवं प्रशिक्षु महिलाओं ने कार्यशाला में भाग लिया. प्रशिक्षार्थियों की संख्या ३० थीं. तीन दिन के प्रशिक्षण के दौरान लड़कियों ने खबरों के स्रोत, ग्रामीण क्षेत्रों में समाचार इकट्ठा करने में आनेवाली परेशानिओं से जूझने के तरीकों, कल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित जानकारियाँ, कैमरे के तकनिकी जानकारिया व् चलाने के हूनर, स्क्रिप्ट लेखन, पीटीसी करना, एंकरिंग आदि की बारिकिओं के बारे में जानकारी हासिल की. जिले के साहेबगंज एवं पारू प्रखंड के चान्द्केवारी, हुस्सेपुर परनी छपरा, सोहंसा, हुस्सेपुर दोबंधा, डुमरी परमानंदपुर गाँव की आठवीं कक्षा से लेकर स्नातक तक की लड़कियों ने भाग लिया.
प्रशिक्षक थे-(1) संतोष सारंग (संस्थापक, अप्पन समाचार), (2) राजेश कुमार (वीडिओ एडिटर ), (3) शिवशंकर विद्यार्थी (पत्रकार, दैनिक जागरण), (4) जहीर अली (पत्रकार, दैनिक हिंदुस्तान), (5) मनोज वत्स (सामाजिक कार्यकर्ता)
प्रशिक्षनार्थियों के नाम-
प्रीति कुमारी, सविता कुमारी, रिंकू कुमारी, जुलेखा खातून, नीतू कुमारी, आरती कुमारी, रुबीना खातून, ममता कुमारी, रागिनी कुमारी, पूनम कुमारी, अनीता कुमारी, रिंकू कुमारी, सुरभि कुमारी, कंचन कुमारी, नीतू कुमारी, अशविनी कुमारी, कुमारी काजल, विभा कुमारी, मुन्नी कुमारी, डौली कुमारी, विजेता कुमारी, खुशबू कुमारी, राबिता कुमारी, धर्मशिला कुमारी, प्रणिता कुमारी, सरिता कुमारी, जिज्ञासा कुमारी, अंचला कुमारी, माधुरी कुमारी, अनीता कुमारी, चांदनी कुमारी, ललीता कुमारी.
अंतिम दिन समापन सत्र के मौके पर बतौर मुख्य अतिथी साहेबगंज के प्रखंड विकाश पदाधिकारी श्री मंडन मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी जी की कल्पना थी कि देश का विकास चाहते हो तो गाँव का विकास करो, देश को ज्ञानी बनाना चाहते हो तो गाँव को ज्ञानी बनाओ. अप्पन समाचार का प्रयास गांधी के सपनों को पूरा करने का एक नायब प्रणाली बनेगा. हमारी सांस्कृतिक विरासत काफी मजबूत है. इसे बचाने का बीड़ा आपको अप्पन समाचार के जरिये उठाना होगा. लड़कियों को सर्टिफिकेट वितरित करते हुए कहा कि गाँव की लड़कियों का प्रयास सराहनीय है.
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