गुरुवार, 24 जून 2010

..और अब निर्धन आसवानी के हाथ में है कलम और कैमरा

अप्पन समाचार ने लिया एक दलित लड़की को गोद 
अप्पन समाचार ने एक दलित लड़की को गोद लिया है. अप्पन समाचार ने मुजफ्फरपुर जिले के चान्द्केवारी गाँव की एक गरीब परिवार की दलित लड़की आसवानी कुमारी को पास के एक मध्य विद्यालय में आठवी कक्षा में नामांकन करवाया है. विदित हो कि यह लड़की आसाम में अपने चाचा के साथ रहकर पढ़ती थी. लेकिन चाचा से विवाद होने के कारण इसके पापा बिहार ले आये थे. वह लड़की पढ़ना चाहती थी, पर पापा पढ़ने से मना कर दिए थे. वह पढ़ना चाहती थी, लेकिन मम्मी-पापा की मर्जी के बिना वह कुछ कर नहीं सकती थी. वह निराश हो चली थी, क्योंकि कलम-कोपी का साथ छुट गया था. इसी बीच स्टोरी करने के क्रम में अप्पन समाचार की टीम को इस लड़की के बारे में पता चला. एंकर खुशबू ने उसके माता-पिता को समझाया. बाद में अप्पन समाचार के प्रणेता संतोष सारंग अपनी टीम के साथिओं-अमृतांज इन्दीवर, फूलदेव पटेल, पंकज सिंह के साथ उस लड़की के घर पहुंचे. उसके माता-पिता को शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया. लड़की के माता-पिता ने कहा कि मेरे पास पैसा नहीं है इसे पढ़ाने के लिए. अंततः अप्पन समाचार की टीम लड़की के माता-पिता को समझाने में सफल हुई. अपने खर्च व स्थानीय लोगों की मदद से इस लड़की का नामांकन कराया गया. स्कूल के प्रिंसिपल ने मुफ्त में नामांकन कर किताबें उपलब्ध कराया. स्कूल इसे छात्रवृति भी देगा. लड़की में गजब का टैलेंट है. वह पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहती है. उसने इच्छा जाहिर की कि वह भी अप्पन समाचार के लिए कैमरा चलाएगी. इस तरह झोपड़ी में दफ़न होता एक प्रतिभा अप्पन समाचार की मदद से शिक्षा के दीये जलाने चल पड़ा है. अब निर्धन मां-बाप की इस बेटी  के हाथ में है-कलम और कैमरा. इसके बूते वह दुनिया जीतना चाहती है. इसे आशीर्वाद दीजिये.

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